5 EASY FACTS ABOUT पारद शिवलिंग महत्व DESCRIBED

5 Easy Facts About पारद शिवलिंग महत्व Described

5 Easy Facts About पारद शिवलिंग महत्व Described

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- व्यक्ति समस्त सुखों का भोग करता हुआ शिवलोक तक जाता है. शिवलिंग की महत्वपूर्ण बातें क्या हैं और क्या है इसकी स्थापना के नियम ?

एक विशेष — वरील लेख वाचल्यानंतर आपल्याला जर शिवलिंग सथापन करण्याचा मोह आवरता आला नाही तर कृपया रोज १५ मिनिटे शिवपुजनात देण्याची तयारी असेल तरच सथापन करा.

पारद और स्फटिक में से कौन-सा शिवलिंग बेहतर होता है?

शिवलिंग की यह व्याख्या शैव सम्प्रदाय की प्रमुख परम्परा - शैव सिद्धांत के अनुसार है। शिवलिंग का ऊपरला हिस्सा परशिव और निचला हिस्सा यानी पीठम् पराशक्ति को दर्शाता है। पराशक्ति एवं परशिव भगवान शिव की दो परिपूर्णताएँ हैं।

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उसके बाद आपको शिव जी की आरती करनी चाहिए और प्रसाद आदि लेना चाहिए।

विशेष ह्याने त्रास होतात लोकांना. म्हणून नीट विचार करून जर देवाला वेळ check here देता आला तरच पुढील क्रिया करा नाहीतर हा लेख फक्त माहिती म्हणून वाचल्याचे समाधान असू द्यात.



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इसके पश्चात जिस स्थान पर भी इसे स्थापित करें उस जगह को पहले स्वच्छ कर लें।

परादल बनविलेले हे शिवलिंग तेजोलिंग असे म्हणतात आणि बारा ज्योतिर्लिंगाचे समान धार्मिक महत्व आहे.

It is suggested by our sages to adore and worship Parad Shivling, this lead them for being infused with incredible valour, invincibility, including to their fame and recognition far and extensive-spreading Virtually around the whole globe. It's best advised for Peace, prosperity and happiness.

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